शासकीय महाविद्यालय मक्सी में लोकोत्सव कार्यक्रम एवं मातृभाषा दिवस संपन्न

राधेश्याम देवड़ा शाजापुर*
महाविद्यालय मक्सी में लोकोत्सव कार्यक्रम एवं मातृभाषा दिवस संपन्न* श्री कुशाभाऊ ठाकरे स्मृति शासकीय महाविद्यालय मक्सी में भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के अंतर्गत दो दिवसीय लोक उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रथम दिवस मांडना प्रतियोगिता, पारंपरिक व्यंजन एवं विभिन्न पारंपरिक खेल सतोलिया , घोड़ा बदाम जैसे खेल खेले गए। विद्यार्थियों ने बहुत सक्रियता से सभी कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर भाग लिया। मांडना प्रतियोगिता में गेरू और खड़ी का उपयोग कर विद्यार्थियों ने बहुत सुंदर मांडने उकेरे एवं उन्हें कांच व अन्य चीजों से सजाया ।प्रथम पुरस्कार निर्मला धोलपूरे ,द्वितीय जया मालवीय ,तृतीय स्थान पर रोशनी राठौर रही ।पारंपरिक व्यंजन में सभी विद्यार्थियों ने अलग-अलग क्षेत्र के स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर पुरस्कार जीते ।मेघा, दिव्या, रोशनी प्रथम द्वितीय तृतीय विजेता रही। खेल प्रतियोगिता में भी सभी ने बहुत उत्साह से भाग लिया विजेता मुस्कान ,अंजलि रही। द्वितीय दिवस पारंपरिक परिधान, पारंपरिक नृत्य एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के आरंभ में सभी अतिथियों का स्वागत पारंपरिक तरीके ढोल और तिलक के साथ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉक्टर सुनील वागले द्वारा की गई। अतिथि के रूप में प्रोफेसर मीनू गजाला खान एवं प्रो लाखन सिंह कुशवाह उपस्थित थे। कार्यक्रम का आरंभ सभी के द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया ।सरस्वती वंदना रागिनी एवं मेघा ने प्रस्तुत की। इसके पश्चात् सभी का पुष्पहार से स्वागत किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा एवं इस आयोजन के बारे में विस्तार से बताते हुए ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ अपर्णा जैन ने स्वागतीय उद्बोधन दिया। पारंपरिक परिधान प्रतियोगिता अनूठे अंदाज में प्रारंभ की गई। सभी ने पारंपरिक परिधान पहनकर और अलग-अलग भाषाओं में अपना परिचय देखकर उस स्थान के बारे में भी विस्तार से बताया। विभिन्न क्षेत्रों की अलग-अलग वेशभूषा में सभी ने बहुत सुंदर प्रस्तुति दी। प्रथम स्थान मुस्कान ,अंजलि, मेघा को प्राप्त हुआ। प्राचार्य डॉ सुनील वागले द्वारा अपने उद्बोधन में इस कार्यक्रम की सार्थकता दर्शाते हुए भारतीय संस्कृति की सुंदरता पर प्रकाश डाला। द्वितीय प्रतियोगिता पारंपरिक नृत्य के अंतर्गत विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रदेशों के लोक नृत्य की सुंदर परिधानों एवं गीतों के साथ प्रस्तुति दी। एकल नृत्य के साथ समूह नृत्य भी प्रस्तुत किए गए। राजस्थानी ,मटकी, रजवाड़ी ,गुजराती, मराठी आदि नृत्य प्रस्तुत किए गए। भारतीय परंपराओं संस्कृति का जीवन्त स्वरूप विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से प्रस्तुत हुआ। नृत्य में पुरस्कार अंजलि ,जया, मेघा ने एवं समूह नृत्य में राधिका एवं कृतिका ने पुरस्कार प्राप्त किया। दोनों की विशिष्ट एवं अनूठी प्रस्तुति पर प्राचार्य द्वारा उन्हें नगद विशिष्ट पुरस्कार देकर सम्मानित किया । द्वितीय स्थान जया , मुस्कान ,हीरामणि ने एवं तृतीय स्थान पर रागिनी एवं मेघा रही। भारतीय ज्ञान परंपरा की मासिक गतिविधियों के अंतर्गत इस माह की गतिविधि के तहत मातृभाषा दिवस भी बनाया गया ।जिसमें मातृभाषा आधारित भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें रागिनी लोधी प्रथम, गौरव देवड़ा द्वितीय स्थान एवं तृतीय पर गौतम रहे। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम मेघा, मुस्कान, रोशनी रहे। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं में जीते हुए विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह ,गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। प्राचार्य सर द्वारा सभी को बधाई देकर मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम में सभी विद्यार्थी पारंपरिक परिधान में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ अपर्णा जैन व आभार गौरव देवड़ा ने माना। कार्यक्रम में डॉ सौदान सिंह मकवाना, डॉ विनीता परमार, प्रो समीर खान , श्री हेमंत डबरिया, चिराग नाथ योगी, राहुल कुमरावत, मदनलाल, जगदीश देवड़ा सहित अंशु ,मुकीम, गौरव, गौतम, अंकित, माखन, भूपेंद्र ,लाखन , मुस्कान, जया, मेघा, हीरामणि, रागिनी सलोनी ,शीतल, प्रगति, संजना संस्कृति, नेहा आदि बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

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