महेन्द्र लोधी राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने शिक्षक दिवस पर किया सम्मानित

न्यूज़ आजकल चीप एडिटर मध्यप्रदेश राधेश्याम देवड़ा


महेन्द्र लोधी राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने शिक्षक दिवस पर किया सम्मानित 



 सागर/ अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा संचालित शासकीय ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय, तिली (सागर) में पदस्थ उच्च माध्यमिक शिक्षक महेन्द्र कुमार लोधी को शिक्षक दिवस पर राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से माननीय राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री जी डॉ. मोहन यादव द्वारा शाल श्रीफल, प्रतीक चिन्ह एवं 25 हजार रुपए की राशि से सम्मानित किया गया है। शिक्षक दिवस पर भोपाल के आर सी पी व्ही नरोन्हा प्रशासन अकादमी के स्वर्ण जयंती सभागार में माननीय राज्यपाल जी के मुख्य अतिथ्य एवं मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में प्रदेश के चयनित 14 शिक्षको, दो राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त पूर्व शिक्षकों एवं शिक्षक संगोष्टी के चार शिक्षको को पुरुषकृत व सम्मानित किया गया, सम्मानित होने बालों में सागर जिले से एक मात्र शिक्षक महेन्द्र कुमार लोधी भी है जिन्हे सम्मानित किया गया है। सागर संभाग के टीकमगढ़ जिला अंतर्गत बल्देवगढ़ विकासखंड के छोटे से गाँव बड़ेरा में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे महेन्द्र कुमार लोधी की स्कूली शिक्षा पैतृक ग्राम बड़ेरा तथा खरगापुर के हायर सेकेण्डरी स्कूल से हुई। तथा उच्च शिक्षा डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर सहित अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा से पूर्ण हुई, इन्होने सात डिग्री व चार डिप्लोमा अर्जित किये। ये शिक्षक बनने के पूर्व युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के विभाग नेहरू युवा केंद्र में राष्ट्रीय पुर्ननिर्माण वाहिनी अंतर्गत जिला परियोजना अधिकारी के पद पर तथा प्रिंट मीडिया में भी कार्य कर चुके है, यह वर्ष 2007 से ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय में सेवारत है और निरंतर शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम दे रहे है। महेन्द्र लोधी शिक्षा जगत में नवाचार, पर्यावरण संरक्षण तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य के लिए विगत 18 वर्षों से उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। उनके शिक्षण का मूल मंत्र है “शिक्षा को साधन नहीं, साधना मानना।” वे सात डिग्रियों व तीन डिप्लोमा के धारक हैं तथा गतिविधि आधारित शिक्षण, मल्टीमीडिया का प्रयोग, टीएलएम निर्माण, पर्यावरणीय नैतिक शिक्षा, छात्र-नेतृत्व विकास, एवं सहशैक्षिक गतिविधियों में निरंतर नवाचार कर रहे हैं। विशेष रूप से उन्होंने विद्यालय परिसर को एनएसएस छात्रों की मदद से 10 एकड़ से अधिक चट्टानी बंजर भूभाग को वृक्षो व हरियाली से आच्छादित कर हरित परिसर में बदल दिया है। यह कार्य उनके पर्यावरणीय दृष्टिकोण और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। पूर्व में भी श्री लोधी को राज्य स्तरीय “बिनय उजाला नेशन बिल्डर अवार्ड 2024”, “गीजूभाई शिक्षक सम्मान 2024” एवं अनेकों जिला स्तरीय पुरस्कार मिल चुके हैं। उनके उल्लेखनीय नवाचारों में रोटेशन बैठाव पद्धति, शून्य निवेश टीएलएम निर्माण, ग्रीनबोर्ड पर रंगीन चॉक का उपयोग, प्रोजेक्ट वर्क टीचिंग, लर्निंग कॉर्नर, प्राकृतिक शिक्षण भ्रमण, ग्रुप डिस्कसन, विज्ञान उत्सव आयोजन इत्यादि शामिल हैं। साहित्य के क्षेत्र में भी उनकी रुचि रही है। उन्होंने "स्मृति" नामक पुस्तक की रचना की है एवं विद्यालय पत्रिका “सागरिका” के संपादन का दायित्व निभाया है। वे वर्तमान में विद्यालय में एनएसएस इकाई, स्मार्ट क्लास, योग क्लब, आईटी लैब, प्रवेश परीक्षा, छात्रावास संचालन समिति जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों के प्रभारी हैं। शिक्षा अनुशासन और हरियाली की दिशा में उनका समर्पण विद्यालय को एक आदर्श शैक्षिक केंद्र के रूप में प्रतिष्ठित कर रहा है। शिक्षा, नवाचार और समाजोत्थान के प्रति उनकी निष्ठा उन्हें आज के शिक्षकों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनाती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय राज्यपाल व अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री जी के अलावा विशेष अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, केविनट खेल मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कृष्णा गौर, विधायक रामेस्वर शर्मा, भोपाल महापौर मालती राय सहित शिक्षा विभाग व जनजातीय कार्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण, शिक्षकगण एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। श्री लोधी को यह पुरुस्कार मिलने पर उनके विद्यालय परिवार सहित अनुसूचित जाति विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों सहित उनके परिवार, सगे संबंधियों, मित्रमंडली व उन्हें सभी चाहने बालों नें बधाई व शुभकामनायें दी है। उन्होंने सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है।

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