*मक्षीजी की बेटी जैन साध्वी बनने के बाद पहली बार नगर आगमन* घर घर गहुली कर अगवानी की गई

राधेशयम देवड़ा
मक्षीजी की बेटी जैन साध्वी बनने के बाद पहली बार नगर आगमन* घर घर गहुली कर अगवानी की गई मक्षीजी जैन तीर्थ में जैन साध्वीजी परम पूज्य श्री साध्य रत्ना श्रीजी म.सा. एवं परम पूज्य श्री तारणरत्ना श्रीजी म. सा. आदि ठाणा 2 का मंगल प्रवेश हुआ। मक्षी जी तीर्थ के सुश्रावक श्री अम्बाराम जी राठौर की सांसारिक सुपुत्री दीक्षा के 8 वर्ष बाद पहली बार गृह नगर मक्षीजी में आगमन हुआ। प्रवेश वरघोड़ा में जैन श्रीसंघ मक्षीजी सदस्य, राठौर परिवार एवं नगर के समाज सेवी जन शामिल हुए। मक्षीजी जैन तीर्थ में 14 अप्रैल 2017 को सुमित्रा बेन राठौर (सांसारिक नाम)ने जैन दीक्षा अंगीकार कर जैन साध्वी साध्यरत्ना श्रीजी म. सा. बनी।आचार्य श्री जितरत्न सागर सूरिश्वर जी म. सा. एवं आचार्य श्री चंद्ररत्न सागर सूरिश्वर जी म. सा. की निश्रा में एवं साध्वीजी श्री गुणरत्ना श्रीजी म. सा. की शिष्या बनी। दीक्षा के बाद से अलग अलग क्षेत्रों में विचरण कर धर्म की गंगा बहाते हुए पहली बार मक्षीजी पधारे। आशीर्वाद गार्डन पर नवकारसी के पश्चात प्रारंभ प्रवेश जूलूस नगर के मुख्य मार्गो से होता हुआ जैन मंदिर पहुंचा जहां दर्शन वंदन के पश्चात प्रवचन हुए। रास्ते में जैन समाज जन ने गहुली कर अक्षत से महाराज साहब का स्वागत किया नवरत्न श्राविका मंडल एवं पार्श्व महिला मंडल की बहनों ने महाराज साहब को अक्षत (चावल) से वद्यामना कर पाट पर विराजमान किया। प्रवचन के बाद जैन श्री संघ मक्षीजी द्वारा साध्वी जी श्री साध्यरत्ना श्रीजी म. सा. के सांसारिक पिता श्री अम्बाराम राठौर एवं उनकी माताजी का अभिनंदन बहुमान किया गया। एवं शानदार साधु साध्वी मंडल की वैयावच्च करनेवाले चिड़ावद के श्री प्रकाश चंद जी, श्री अशोक कुमार जी जैन परिवार के मिथुन जैन एवं उनकी माता श्री का जैन श्रीसंघ मक्षीजी महातीर्थ द्वारा बहुमान किया गया।

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