नर्मदा घाटी विकास विभाग के अधिकारियो द्वारा मक्सी में विशेष केंप लगाकर की गई सिंचाई राजस्व वसूली

नर्मदा घाटी विकास विभाग के अधिकारियो द्वारा मक्सी में विशेष केंप लगाकर की गई सिंचाई राजस्व वसूली नर्मदा जी के पानी से गेहूं का दोगुना उत्पादन अधिक हुआ राधेश्याम देवड़ा
शाजापुर/मक्सी। उज्जैन एवं शाजापुर जिलों के लगभग 100 ग्रामो में 30000 हे. क्षेत्र में सिंचाई हेतु निर्मित की गई नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना से वर्ष 2024-25 रबी सीजन मे लगभग 20000 हे. क्षेत्र मे जल उपलब्ध कराया गया है। मक्सी के श्री राम मैरिज गार्डन में परियोजना से की गई सिंचाई की राजस्व वसूली के लिए विशेष केंप लगाया गया जिसमंे नर्मदा घाटी विकास विभाग के अनुविभागीय अधिकारी राहुल जैन, उपयंत्री योगेश श्रीवास्तव एवं तुषार बर्डे, एल एण्ड टी कंपनी से इन्द्रजीत सिंह, अजय दास एवं मक्सी क्षेत्र के 60 किसान तथा जयप्रकाश पाटीदार, भरत पटेल, सोहन पटेल, रतन पटेल, बाबु पटेल, ओमप्रकाश चोरी, देवनारायण चौधरी आदी किसान उपस्थित थे। कार्यक्रम में किसानों द्वारा विगत रबी सीजन में आयी समस्याओं एवं विभिन्न सुझावों से अवगत कराया। अनुविभागीय अधिकारी द्वारा किसानो की समस्त समस्याओं के निराकरण किये जाने से आश्वस्त किया। कृषको द्वारा यह भी अवगत कराया गया की परियोजना के पूर्व 1 बीघा में लगभग 4-6 क्विंटल गेंहू का उत्पादन होता था। परियोजना से जल उपलब्ध होने के कारण पैदावार में लगभग दोगुना बढ़ौतरी होते हुये इस रबी सीजन 12-14 क्विंटल गेंहू का उत्पादन हुआ एवं क्षेत्र में भूमिगत जल स्त्रोतों में भी बढौतरी हुई है। राहुल जैन द्वारा किसानों को परियोजना के बारे में अवगत कराते हुये किसानों को ड्रीप स्प्रींकलर पद्धति से सिंचाई किये जाने हेतु प्रेरित कर इससे होने वाले लाभ साथ ही जल संरक्षण में वर्तमान पीढ़ी की भुमिका इत्यादि से जागरूक किया गया। शासन द्वारा करोड़ो रूपये की लागत से बनी परियोजना के सुचारू रूप से संचालन के लिए किसानों द्वारा उपयोग किये जा रहे जल के एवज में शासन द्वारा निर्धारित सिंचाई राजस्व शुल्क शत प्रतिशत जमा कर शासन को सहयोग प्रदान करने हेतु अनुरोध किया। किसानों द्वारा अत्यंत हर्ष के साथ विभागीय अधिकारियों एवं कंपनी के प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुये शत प्रतिशत राजस्व जमा करने से अवगत कराया एवं केंप से लगभग 25 हजार रूपए शासन के राजस्व में जमा किये गये।

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